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ग्राम पंचायत भावलिया सरपंच ने टेंडर निरस्त कराने के लिए जिला परिषद सीईओ को लिखा पत्र

ग्राम पंचायत भावलिया सरपंच ने टेंडर निरस्त कराने के लिए जिला परिषद सीईओ को लिखा पत्र

अमरभूमि ब्रेकिंग न्यूज…संवाददाता-मोहन लाल

निंबाहेड़ा। पंचायत समिति निंबाहेड़ा की ग्राम पंचायत भावलिया सरपंच रेखा बाई भील ने ग्राम पंचायत को टेंडर खोलने की प्रक्रिया से बाहर कर टेंडर खोलने को लेकर जिला परिषद चित्तौड़गढ़ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश मंडोवरा को पत्र लिखकर टेंडर निरस्त करने की मांग की।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी को दिए गए पत्र में लिखा कि पंचायत समिति निंबाहेड़ा द्वारा 30 जुलाई को समस्त ग्राम पंचायतो में निर्माण कार्यों के लिए सामग्री आपूर्ति कार्य की ई निविदा जारी की गई थी इसके तहत संबंधित ग्राम पंचायतो में 13 अगस्त तक निविदा फार्म जमा कराए जाने थे एवं ग्राम पंचायत स्तरीय क्रय कमेटी द्वारा पंचायत समिति परिसर में 13 अगस्त से टेंडर खोला जाना था।
इसी के अंतर्गत ग्राम पंचायत भावलिया में 13 अगस्त तक तीन निविदा फार्म प्राप्त हुए जिन्हें पंचायत समिति कार्यालय में ग्राम विकास अधिकारी के मार्फत भेज दिए गए।
पंचायत समिति द्वारा बावलिया सरपंच सुबह ग्राम विकास अधिकारी की अनुपस्थिति में 13 अगस्त को ही भावलिया के टेंडर की तकनीकी बिड खोल दी गई इस दौरान सरपंच को उपस्थित होने के लिए भी नहीं बुलाया गया।
इसी प्रकार राजनीतिक दबाव के चलते 21 अगस्त को उपरोक्त टेंडर की वित्तीय बिड भी खोल दी गई इसमें भी सरपंच को उपस्थित होने के लिए किसी प्रकार की सूचना नहीं दी गई और भावलिया सरपंच एवं ग्राम विकास अधिकारी की अनुपस्थिति में टेंडर खोल दिया गया ।
सरपंच ने पंचायत समिति द्वारा गठित क्रय कमेटी द्वारा सरपंच को टेंडर खोलने की प्रक्रिया से बाहर रखते हुए टेंडर खोलने को नियमानुसार उचित नहीं बताते हुए उपरोक्त टेंडर की उचित जांच करवा कर टेंडर निरस्त कराने की मांग सीईओ से की।
इधर ग्राम पंचायत भावलिया सरपंच प्रतिनिधि उदय लाल भील ने बताया कि टेंडर प्रक्रिया में सत्ता पक्ष के जनप्रतिनिधियों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है चूँकि भावलिया सरपंच कांग्रेस पार्टी से समर्थित होकर एक अनुसूचित जनजाति की महिला है इसी कारण सरपंच को टेंडर प्रक्रिया से बाहर रखकर पंचायत समिति द्वारा अपनी मनमर्जी करते हुए टेंडर खोल दिया गया जबकि अन्य ग्राम पंचायतों में सरपंचों की पूरी दखलअंदाजी चल रही है जिसके चलते सिर्फ सरपंचों के रसूखदारों की निविदा कॉपियां जमा हो पाई है।
अब देखना यह है कि सरपंच की शिकायत पर जिला परिषद द्वारा उपरोक्त टेंडर की उचित जांच करा कर टेंडर निरस्त कराया जाएगा या फिर सत्ता पक्ष के दबाव में आकर मामला ठंडा बस्ती में डाल दिया जाएगा।

इनका कहना है —
” ऐसा नहीं है ऐसा हो ही नहीं सकता सरपंच और ग्राम विकास अधिकारी के अलावा और भी सदस्य कमेटी में होते हैं “

— विशाल सीपा विकास अधिकारी, पंचायत समिति निंबाहेड़ा

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